एक डरावनी रात: वीरान हवेली का रहस्य

एक डरावनी रात: वीरान हवेली का रहस्य यह कहानी है रोहन की, एक युवा फोटोग्राफर जो अपनी लीक से हटकर तस्वीरों के लिए जाना जाता था। उसकी नई परियोजना उसे झारखंड के धनबाद से दूर, एक घने जंगल के किनारे पर स्थित एक वीरान हवेली तक ले आई। लोग कहते थे कि उस हवेली में बुरी आत्माओं का वास है, कि जो भी रात में वहां रुका, कभी वापस नहीं लौटा। लेकिन रोहन इन बातों को अंधविश्वास मानता था और चुनौती स्वीकार करने को तैयार था। हवेली तक पहुंचने का रास्ता कच्चा और ऊबड़-खाबड़ था। जैसे-जैसे वह हवेली के करीब पहुंचता गया, हवा में एक अजीब सी ठंडक घुलती गई, जैसे प्रकृति भी उसे आगे बढ़ने से रोक रही हो। हवेली विशाल थी, उसकी पुरानी दीवारें काई से ढकी थीं और टूटी हुई खिड़कियां भूतों की आंखों की तरह लग रही थीं। रोहन ने अपनी कार एक पेड़ के नीचे खड़ी की और अपना कैमरा गियर लेकर अंदर घुस गया। अंदर का माहौल और भी भयावह था। धूल की मोटी परत हर चीज़ पर जमी थी, फर्नीचर सड़े हुए थे और मकड़ी के जाले हर कोने में लटके हुए थे। उसने अपना ट्राइपॉड सेट किया और तस्वीरें ...